रक्षाबंधन कविता- Raksha Bandhan Poem In Marathi And Hindi
1)नसेल नाते रक्ताचे आपल्यात
तरी प्रेमाचे नाते तरी असु दे
दर वर्षी माझ्या हातावर
तुझी राखी बांधलेली मला दिसु दे
तुझ्या राखीचा हा अमुल्य ठेवा
सदैव जपुन ठेवीन मी माझ्या मनी
कितीही मोठे संकट आले तुझ्यावर तरी देखील
तुझ्या रक्षणासाठी धावत येईल मी क्षणात
बहिण भावाचे प्रेमळ नाते कधी विसरू नकोस
विसरू नको तुझ्या भावास दरवर्षी राखी बांधणे
आपल्या मधील हे भावा बहिणीचे नाते
सदैव असेच तेवत राहु दे
व्यवहाराचा स्पर्शही नको त्यास
सदैव प्रेमाची गोडी त्यात राहु दे
2) राखी आई राखी आई
घर घर मे खुशहाली लाई
सुबह सुबह सब भाई और बहणे
सुंदर सुंदर कपडे पहने
बहण जाती है भाई के पास
लेकर मन मे प्रेम और आँस
भाई झुककर टिका लगवाएगा
बहना के हाथ से
अपनी कलाई पे राखी बंधवाएगा
भाई करता है अपनी बहणा से ढेर सारा प्यार
इसलिए उसको देता है एक सुंदर उपहार
राखी आई राखी आई
घर घर मे खुशहाली लाई
2)आया है राखी का त्यौहार
सब के मन मे छाई खुशी अपार
भाई की मजबूत कलाई पर
बांधे राखी बहणा
कहती है भाई राखी के संग
नेह बांध रही हुँ अपना
रहो कही भी मेरे भाई
देना नही मुझकी कभी बिसार
कर कर टिका देती है आशिष
भाई मेरे सदा स्वस्थ दिर्घायु रहो
कोई मुसीबत न आए तुमपर
मेरी भी उमर तुम्हे लग जाए
यही माँगती है दिल से ये बहणा
हर भाई अपनी बहण पे जान छिडकता है
उसपे कोई आँच ना आए
इसलिए ढाँल बन कर उसके साथ खडा रहता है
3) हर सावन के महिने मे आती है राखी
सभी बहणो को हर्षाती है ये राखी
रंगरंगीले धागो के संग
प्रेम को दर्शाती है ये राखी
बंधे हुए इस राखी के कच्चे धागे मे
भाई बहण का प्रेम अतुट है
भाई के माथे पर तिलग लगाती
बहणा सुंदर थाली सजाती
भाई भी जताता है अपना प्रेम
बहण के लिए मनभावन उपहार लाए
4) चलो रक्षाबंधन आया है
बहण ने भाई को बुलाया है
भाई बहण का ये प्यारा नाँता
हर रिश्ते से होता है निराला
बहन ने है थाली सजाई
लेके संग राखी फुल और मिठाई
भाई की कलाई हमेशा खिलती रहै
बहण की राखी सजती रहै
बहण मांगती है दिल से ये दुआ
सदा खूश और सुखी रहै भाई उसका
हर भाई अपनी बहण को वचन है देता
हर सुख दुःख और मुसिबत से उसकी रक्षा करेगा
रक्षाबंधन राखी बांधण्याचा विधी,- Raksha Bandhan Shubh Muhurat 2022 In Marathi